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आल इंडिया पिंगाल्वाडा चैरिटेबल सोसायटी (रजि.)अमृतसर की ओर से छपी हुई पुस्तको की सूची |
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१. | सुख शान्ति और सम्मान कहाँ और कैसे? | बाल कृष्ण, एम.ए.ओम थानवी |
२. | कहानी रह जाएगी भगत पूर्ण सिंह की | ओम थानवी |
३. | पंचतत्व काया, पेडो की माया पेडो को चिकित्सक बनाए ! | डा.अमित सिन्हा |
४. | जंगल बचाओ मानव बचाओ | सुन्दर लाल बहुगुणा |
५. | सिनेमा-मनोरंजन या विनाश का साधन? | हनुमान प्रसाद पोछार |
६. | माता-पिता का सेवक श्रवण कुमार | पं.प्रेमचंद्र शास्त्री विद्या भास्कर |
७. | पर्यावरण सुरक्षा: हम क्या कर रहे हैं | हरिचंद्र पन्त |
८. | गंगाजल की महत्ता | श्री श्रीकृष्ण जी श्रीवास्तव |
९. | क्या दुनिया को प्रदूषण का ज़हर निगल जायेगा? | गुनाकर मुले |
१०. | दहेज की मौत: सभ्य समाज को चुनौती | विनोद कुमार मिश्र |
११. | प्रगति की अंधी दौड़ मैं मानवता की चीत्कार | वेद प्रकाश आर्य |
१२. | देश में नैतिक मूल्यों के अभाव का संकट | दीनानाथ दुबे |
१३. | मानव की दानवीय त्रकूरता | कल्याण, जुलाई-अगस्त |
१४. | बढते वाहन घटती सडकें | बालेंदु |
१५. | ब्रह्मचर्य | स्वामी रामतीर्थ एम.ए. |
१६. | कागज की महंगाई एक खतरनाक बिंदु पर | नन्दिनी बिष्ट |
१७. | धरती का ओजोन कवच पतला हो रहा है | रणवीर सिंह |
१८. | जत्दगुरु शंकराचार्य | शिवसागर मिश्र |
१९. | प्रकृति की लूट पर खड़ी सभ्यता | सुन्दर लाल बहुगुणा |
२०. | ये नौजवान ! क्या खाक गरीबी दूर करेंगे | वीरेन्द्र |
२१. | ||
२२. | २२०० वैज्ञानिकों का एक संदेश | |
२३. | अपना विवाह करवाने का ख्याल मुझे क्यों न आया | भगत पूर्ण सिंह |
२४. | देश की जमीन, जंगल, हवा और पानी को क्या हो रहा है | मुकुल |
२५. | प्रकृति का संरक्षण कितना आवश्यक | हरीश अग्रवाल |
२६. | कोयले की कमी को कैसे दूर किया जाए | शिएल झुनझुनवाला |
२७. | हमें पाल रही है घांस ! | भगवती प्रसाद डोभाल |
२८. | गर्म हो रही है पृथ्वी | मुक्तिनाथ यादव |
२९. | क्या धरती का हरा रंग नज़र नहीं आएगा | जगदीश |
३०. | बढती आबादी और कटते वन | पी.के.हरिवंश |
३१. | ताकि बची रहे यह धरती | जगजीत सिंह |
३२. | परिचय भगत पूर्ण सिंह | दीवान आनन्द कुमार एम.ए. |
३३. | नये विशव की आशा है स्त्री-शक्ति | |
३४. | यह नारी जाती का सम्मान है अपमान | वीरेन्द्र |
३५. | परिवार-नियोजन और भारतीय संस्कृति | संत विनोवा भावे |
३६. | विकास और पर्यावरण | सुन्दर लाल बहुगुणा |
३७. | गो-वध निरोध | आचार्य विनोबा भवि |
३८. | क्या लम्बी जिंदगी जीना नहीं चाहते | रंजना शर्मा |
३९. | शिक्षा के क्षेत्र में बढती हुई अनैतिकता | सुरेश राम भाई |
४०. | बेजान सी जिंदगी इस ज़हर से | रणवीर सिंह |
४१. | वन्य जीव खतम हो रहे हैं | दिनेश तिवारी |
४२. | देश किधर जा रहा है | हनुमान प्रसाद पोछार |